Sunita gupta

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दैनिक प्रतियोगिता हेतु स्वैच्छिक विषय महिला

महिलाओं के एक समूह में जाकर मैंने पूछा-

मैं मानता हूँ कि मनुष्यों की इस दुनिया में
सबसे मुश्किल जीवन महिलाओं का होता है
लेकिन, क्या आप में से कोई बता सकती हैं कि
आपमें से भी सबसे मुश्किल किसका जीवन है?

सबसे पहले एक युवती जो नक़ाब में थी
आगे आई
उसने कहा- सबसे मुश्किल है
मुझ जैसी एक कुरूप लड़की का जीना
क्योंकि, हमें जीवन में कभी प्रेम नहीं मिलता
और न हमारा कोई प्रेमी होता है

उसके बाद एक अधेड़ महिला आगे आई
उसने कहा- सबसे मुश्किल है
मुझ जैसी औरत का जीना
जो बेटों को नहीं बस बेटियों को जन पाती हैं
क्योंकि, जो औरत बेटा नहीं जनती उसे समाज माँ नहीं मानता

उसके बाद एक अधेड़ उम्र की महिला आगे आई 
उसने कहा- सबसे मुश्किल है
मुझ जैसी एक बांझ औरत का जीना
क्योंकि, जो औरत माँ नहीं बन पाती
उसे समाज औरत ही नहीं मानता

उसके बाद सफेद कपड़े पहने हुए एक युवती आगे आई
उसने कहा- सबसे मुश्किल है
मुझ जैसी उस औरत का जीना
जो जवानी में ही विधवा हो गई हों
क्योंकि, समाज उसे मनहूस मानता है और आगे का जीवन उसे जहन्नुम से भी बदतर लगता है।

उसके बाद एक अमीर और सुंदर महिला आगे आई
उसने कहा- सबसे मुश्किल है
उस सुंदर औरत का जीना जो सफल भी है
क्योंकि, समाज यह मानता है कि
उसने सफलता अपनी काया का सौदा करके पाई है।

उसके बाद चेहरे पर गुस्सा लिए एक महिला आगे आई
उसने कहा- सबसे मुश्किल है
उस औरत का जीना जो अपने हक़ के लिए आवाज़ बुलंद करती है
क्योंकि, समाज के पुरुष तो पुरुष औरतें भी
उसके खून की प्यासी हो जाती हैं।

एक एक करके और भी कई महिलाएं आगे आईं
और उन्होंने अपनी पीड़ा बताई
अंत में मैं इस नतीजे पर पहुंचा कि
महिलाओं का जीवन
मेरे सोचे से भी बहुत ज़्यादा मुश्किल है।

सुनीता गुप्ता कानपुर 

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8 Comments

Supriya Pathak

11-Oct-2022 06:30 PM

Bahut khoob 💐👍

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Bahut khoob 🙏🌺

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Pratikhya Priyadarshini

10-Oct-2022 12:31 AM

Bahut sundar likha hai aapne 🌺🙏

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